वन विभाग द्वारा 34 टन अवैध कोयले का किया गया जब्त 

अंबाझरना, चेलंग दाग, इंदिरा जंगल में दर्जनों अवैध कोयला खदान हो रही हैं संचालित

 

संजय सागर

बड़कागांव :बड़कागांव वन क्षेत्र के बादम पंचायत के राउतपारा जंगल में सोमवार की देर शाम में अवैध कोयला खदानों के विरुद्ध वन सहायक संरक्षण एके के परमार के नेतृत्व में अभियान चलाई गई. इस दौरान राउतपारा जंगल में 34 टन कोयला कोल माफियाओं द्वारा बेचने के ख्याल से जमा किया गया था. इसकी भनक हजारीबाग के सहायक वन संरक्षक एके परमार को मिलीथीं .श्री परमार ने बड़कागांव थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह के सहयोग से राउत पारा में डंप किए गए कोयला को जब्त की गई. ट्रैक्टर के माध्यम से बड़कागांव रेंज ऑफिस लाया गया. अवैध कोयला किसकी है इसकी खोज बीन की जा रही है. अवैध कोयला कारोबार के संबंध में हजारीबाग के वन सहायक संरक्षक एके परमार ने पत्रकारों को बताया कि बड़कागांव वन क्षेत्र में जिन क्षेत्रों में अवैध कोयला खदान संचालित की जा रही है ,उन सभी स्थानों में छापामारी की जाएगी .एवं कोयला खदान के संचालको एवं माफियाओं पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

 

इन अवैध कोयला खदानों में भी हो करवाई

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ज्ञात हो कि बड़कागांव प्रखंड के चेलंगदाग , बादम के अंबा झरना एवं इंदिरा जंगल में दर्जनों कोयला अवैध कोयला खदान संचालित हो रही है. इन कोयला खदानों से हर दिन 40 – 50 टन कोयल बैलगाड़ी, साइकिल एवं ट्रैक्टर के माध्यम से निकाली जा रही है. इन स्थानों में कई ऐसे अवैध कोयला खदान है, जो अत्यंत जर्जर है. ये जर्जर कोयला खदान कभी भी ढह सकता है. जिससे सैकड़ो मजदूरों की जान एक साथ जा सकती है. इन कोयला खदानों से जंगलों का अस्तित्व खतरे में है. जंगलों को बचाने के लिए इन कोयला खदानों पर बड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है.

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